गेहू की पैदावार कैसे बढ़ाये 2024 में | How to Grow Wheat Production in 2024
आज हम आपको बातएंगे गेहू की पैदावार कैसे बढ़ाये 2024 में जैसे की आप जानते है की खरीफ फसलों की कटाई के बाद ही किसान रबी फसलों की तेरी में जुट जाते है और जैसा की आप सभी जानते है गेहू की फसल रबी फसलों में प्रमुख मानी जाती है। इसलिए किसान भाई कुछ कुछ बातो का ध्यान रख कर अच्छा उत्पादन पा सकते है
किसानो के लिए रबी की शुरुआत हो गयी है फसल किसी भी प्रकार की हो उसका पहले से उपाए किया गया हो तो उसकी अच्छी पैदावार ली जा सकती है। आज हम आपको बताएंगे की आप गेहू की अच्छी पैदावार कैसे ले सकते है।
अधिक उपज के लिए गेहू को इस तरह से ऊगा सकते है
तापमान:-
बिजाई के समय 18 डिग्री सेंटीग्रेड, उगने के समय 12 डिग्री व् कटाई के समय तापमान उच्च 25 डिग्री सेंटीग्रेट होना चाहिए।
बारिश:-
50-100 से मी बारिश।
मिटटी:-
गेहू के लिए दोमट या बलुई भरी चिकनी मिटटी में उगाया जा सकता है। आमतौर पर दोमट मिट्ठी गेहू को सभी प्रकार की किस्मो के लिए सबसे अछि मानी जाती है।
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बुआई का सही समय
गेहू की फसल की अच्छी पैदावार प्राप्त करने के लिए सही समय पर बुआई करना सबसे जरुरी होता है। अगर आप समय से पहले या समय के बहुत बाद गेहू की बुआई करने पर उसकी पैदावार पर बहुत प्रभाव पड़ता है इसलिए गेहू को नवंबर दिसंबर के मध्य में बो देना चाहिए।
रोगो से बचने के लिए क्या करे
गेहू की बुआयी के लिए एक एकड़ में 10 किलोग्राम गेहू के बीजो का उपयोग करना चाहिए। सबसे पहले आपको 20 लीटर पानी एक बर्तन में गरम कर लेना है अब इन बीजो को गरम पानी में डाल दे और इसमें जो बीज तैरने लगे उनको निकाल दे और इस पानी में तीन किलो केचुआ खाद दो किलो गुड़ और चार लीटर गौमूत्र मिलकर बीज के साथ अच्छी प्रकार से मिलाये। अब इसे 6 से 8 घंटे के लिए छोड़ दे और इस मिश्रण को जूट की बोरी में भरे ताकि इसका सारा पानी निकल जाए इस पानी को एकत्रित कर कर के खेत में छिड़कना भी बहुत लाभकारी होता है।
खाद और उर्वरक का इस्तेमाल
जैविक खाद का कम और रासायनिक खाद का ज्यादा इस्मेमाल करने से मिटटी की उपजाऊ क्षमता घट जाती है। इसलिए रासायनिक खाद के साथ-साथ जैविक खाद का इस्तेमाल भी करना चाहिए जिस से की आपकी मिटटी की उर्वरकता बनी रहे।
प्रति एकड़ में कम से कम 20 क्विंटल गोबर खाद में त्रिकोडर्मा मिला कर एक दिन के लिए ढक कर रखने क पश्चात् खेत में मिलाना फायदेमंद रहता है।
सिचाई प्रबंधन
खेतो में बुआई से पहले पर्यापत नमी होना बहुत जरुरी होता है क्यों की इसमें बीजो को लगाया जाना है और बुआई के बाद भी 15 से 20 दिन बाद सिंचाई करना बहुत जरूरी होता है। क्यों की इस समय में गेहू के बीजो में जड़े आना शुरू हो जाता है। अगर मिटटी में नमी की कमी होगी तो जड़े अछि तरह से विकसित नहीं हो पाएगी और इस से गेहू की वृद्धि में कमी आ जाएगी। इसी तरह बुआई के 30-35 दिन बाद दूसरी सिंचाई करना भी जरुरी होता है क्यों की की इसी बीच पौधों में कलियाँ आना शुरू हो जाती है।
गेहूं की अच्छी पैदावार के लिए कौन सा खाद डालें?
प्रति एकड़ में कम से कम 20 क्विंटल गोबर खाद में त्रिकोडर्मा मिला कर एक दिन के लिए ढक कर रखने क पश्चात् खेत में मिलाना फायदेमंद रहता है।
गेहूं की अधिक उपज के लिए क्या करें?
गेहू की फसल की अच्छी पैदावार प्राप्त करने के लिए सही समय पर बुआई करना सबसे जरुरी होता है। अगर आप समय से पहले या समय के बहुत बाद गेहू की बुआई करने पर उसकी पैदावार पर बहुत प्रभाव पड़ता है इसलिए गेहू को नवंबर दिसंबर के मध्य में बो देना चाहिए।
1 एकड़ गेहूं में कितना यूरिया डालें?
गेहू की बुआयी के लिए एक एकड़ में 10 किलोग्राम गेहू के बीजो का उपयोग करना चाहिए। सबसे पहले आपको 20 लीटर पानी एक बर्तन में गरम कर लेना है अब इन बीजो को गरम पानी में डाल दे और इसमें जो बीज तैरने लगे उनको निकाल दे और इस पानी में तीन किलो केचुआ खाद दो किलो गुड़ और चार लीटर गौमूत्र मिलकर बीज के साथ अच्छी प्रकार से मिलाये। अब इसे 6 से 8 घंटे के लिए छोड़ दे और इस मिश्रण को जूट की बोरी में भरे ताकि इसका सारा पानी निकल जाए इस पानी को एकत्रित कर कर के खेत में छिड़कना भी बहुत लाभकारी होता है।